वैक्सीन और एंटीसेरा लैब




विषाणुज टीका प्रयोगशाला की स्थापना इसके मैंडेट के अनुसार जैविको के गुणवत्ता और मूल्यांकन को सुनिश्चित करने और देश में उत्पादित,वितरित, आयातित,टीके एवं एंटीसीरा के सुरक्षित, प्रभावी और गुणकारिता को सुनिश्चित करने कई उद्देश्य से की गई है।

अन्य राष्ट्रीय / अंतरराष्ट्रीय संस्थानो के साथ संबंध विकसित करना और उत्पादन में वैश्विक वैज्ञानिक अनुसंधान और तकनीकी विकास के साथ-साथ रहना और उनके अभिग्रहण की उपयुक्तता पर सलाह देने के लिए वायरल टीके और एंटीसीरा का गुणवत्ता नियंत्रण करना।

विनिर्माताओं द्वारा उपयोग किए जाने वाले मानकों पर तकनीकी दिशानिर्देश / मैनुअल विकसित करना और बहुआयामी एकीकृत दृष्टिकोण का उपयोग करके विभिन्न इम्यूनबायोलॉजिकल पर शोध करना।

विभिन्न विश्वविद्यालयों के स्नातकोत्तर विद्यार्थियों (एम.एससी और बी.टेक) के लिए छह महीने का शोध-निबंध परियोजना जो इस कार्यकलाप का अनिवार्य हिस्सा है, के साथ परीक्षण और विनिर्माण इकाइयों सहित संबंधित संस्थानों के कर्मियों के लिए वायरल वैक्सीन और एंटिसरा की गुणवत्ता नियंत्रण परीक्षण में प्रशिक्षण सुविधाएं प्रदान करना।

प्रयोगशाला द्वारा परीक्षित जैविक निम्न हैं:
सेल कल्चर रैबीज टीके (सीसीआरवी): जैविक क्षमता परख
सेल कल्चर रैबीज टीके की क्षमता परख एनआईएच परीक्षण के द्वारा किया जाता है। (परीक्षण राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान,बेथेस्डा,संयुक्त राज्य अमरीका में विकसित किया गया था)। यह परीक्षण प्रतिरक्षित चूहों में निष्क्रिय रैबीज टीके द्वारा प्रदत्त सुरक्षा के स्तर को मापता है जो रैबीज विषाणु से ग्रसित है।